MOVIES

क्या बॉक्स ऑफ़िस पर सेक्स बिकता है?

By जोगिंदर टुटेजा
August 09, 2019 09:27 IST

बॉलीवुड अब भड़कीली, कामुक फिल्मों की दहलीज को लांघ चुका है और सेक्स तथा इससे जुड़ी आम समस्याओं पर फिल्में बनने लगी हैं।

बधाई हो, शुभ मंगल सावधान, विकी डोनर  और हाल ही में आयी ख़ानदानी शाफ़ाखाना  जैसी मूवीज़ में सेक्स और सेक्स से जुड़ी समस्याओं की ओर हमारा ध्यान खींचा गया है।

और दर्शकों को भी यह बदलाव पसंद आ रहा है।

तो, आइये देखें कि ये फिल्में बॉक्स ऑफ़िस पर कितनी सफल रही हैं।

जोगिंदर टुटेजा ने ऐसी फिल्मों/फ्रैंचाइज़ेज़ पर और बॉक्स ऑफ़िस पर उनके प्रदर्शन पर नज़र डाली है, जिनकी कहानी का मुख्य मुद्दा सेक्स है।

 

ख़ानदानी शाफ़ाखाना

बॉक्स ऑफ़िस कलेक्शन:  रु. 5 करोड़ (अनुमानित कुल कलेक्शन)

परिणाम: भारी असफलता

ख़ानदानी शाफ़ाखाना  ने सेक्स के मुद्दे को तिजोरी से बाहर निकालने की कोशिश की है।

इस एक गाना भी है, बात तो करो, जो लोगों को सेक्स के बारे में बात करने के लिये कहता है।

लेकिन फिल्म में कोई भी आपत्तिजनक दृश्य न होने के बावजूद दर्शकों ने इसमें कोई रुचि नहीं दिखाई।

 

बधाई हो

बॉक्स ऑफ़िस कलेक्शन: रु 138 करोड़

परिणाम: ब्लॉकबस्टर

बधाई हो  दो जवान लड़कों के माँ-बाप की कहानी है, जो ग़लती से एक बार फिर माता-पिता बनने वाले हैं।

इस मूवी ने एक बहुत ही अहम्‌ सवाल पूछा है: 'क्या और बच्चों के जन्म पर उम्र के बंधन का लगा होना सही है?'

डायरेक्टर अमित शर्मा ने पूरी संवेदनशीलता के साथ यह बात कही है और दर्शकों का दिल जीत लिया है।

 

द डर्टी पिक्चर

बॉक्स ऑफ़िस कलेक्शन: रु 80 करोड़

परिणाम: सुपरहिट

प्रोड्यूसर एकता कपूर और अभिनेत्री विद्या बालन ने इस फिल्म में बेझिझक कामुक दृश्यों, सेक्सी पहनावे और सीधे सेक्स की बातों को पेश किया है।

द डर्टी पिक्चर  में बस एक ही चीज़ थी, 'इंटरटेनमेंट, इंटरटेनमेंट, इंटरटेनमेंट'।

 

शुभ मंगल सावधान

बॉक्स ऑफ़िस कलेक्शन: रु 43.11 करोड़

परिणाम: हिट

इरेक्टाइल डिस्फंक्शन (शिश्नोत्थान विकार) पर आधारित आयुष्मान खुराना और भूमि पेडणेकर की यह फिल्म हँसी-मज़ाक और ड्रामा से भरपूर है, जिसमें प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप में सेक्स को दर्शाया गया है।

कोई भी कामुक दृश्य न होने के कारण, इस फिल्म का मज़ा परिवारों ने भी लिया।

 

विकी डोनर

बॉक्स ऑफ़िस कलेक्शन: रु 41 करोड़

परिणाम: हिट

आयुष्मान खुराना सेक्स को पर्दे के पीछे से सामने लाने वाले अभिनेताओं में सबसे आगे हैं, और यह ट्रेंड उनकी इस डेब्यू फिल्म से ही शुरू हुआ।

विकी डोनर  स्पर्म डोनेशन (शुक्राणु दान) पर आधारित एक हल्की-फुल्की फिल्म थी।

यह एक साफ़-सुथरी फिल्म थी, जिसका दर्शकों ने पूरा मज़ा लिया।

 

हेट स्टोरी

बॉक्स ऑफ़िस कलेक्शन: रु 13.55 करोड़

परिणाम: औसत

 

हेट स्टोरी 2

बॉक्स ऑफ़िस कलेक्शन: रु 28 करोड़

परिणाम: सेमी-हिट

 

हेट स्टोरी 3

बॉक्स ऑफ़िस कलेक्शन: रु 54.50 करोड़

परिणाम: हिट

 

हेट स्टोरी 4

बॉक्स ऑफ़िस कलेक्शन:  रु 22.38 करोड़

परिणाम: फ़्लॉप

सेक्स और बदले पर आधारित सबसे लंबी चलने वाली यह फ्रैंचाइज़ कामुक दृश्यों से भरपूर रही।

पहली फिल्म ने अच्छा प्रदर्शन किया, जिसकी सीक्वेल भी सफल रही।

तीसरी फिल्म और भी ज़्यादा चली, लेकिन चौथी मुंह के बल गिर गयी।

 

मर्डर

बॉक्स ऑफ़िस कलेक्शन: रु. 15 करोड़

परिणाम: सुपरहिट

 

मर्डर 2

बॉक्स ऑफ़िस कलेक्शन: रु 48 करोड़

परिणाम: सुपरहिट

 

मर्डर 3

बॉक्स ऑफ़िस कलेक्शन: रु 22.88 करोड़

परिणाम: फ़्लॉप

मल्लिका शेरावत की मर्डर  ने भारी सफलता हासिल की और ऐसी फिल्मों का एक नया दौर शुरू किया।

जेकलिन फर्नैंडेज़ के साथ इसकी सीक्वेल भी बड़ी हिट हुई लेकिन इस फ्रैंचाइज़ की आखिरी मूवी -- जिसमें अदिति राव ह्याद्री और सारा लॉरेन थीं -- फ़्लॉप हो गयी।

 

रागिनी एमएमएस

बॉक्स ऑफ़िस कलेक्शन: रु 11 करोड़

परिणाम: सेमी हिट

 

रागिनी एमएमएस 2

बॉक्स ऑफ़िस कलेक्शन: रु 46 करोड़

परिणाम: हिट

हैरानी की बात है कि रागिनी एमएमएस  और उसकी सीक्वेल दोनों ही हिट होने के बाद भी प्रोड्यूसर एकता कपूर ने इसकी तीसरी कड़ी नहीं बनाई।

पहली फिल्म एक सेक्स के दृश्य से शुरू हुई, और बहुत ज़्यादा अंग प्रदर्शन न होने के बावजूद अच्छी चली।

दूसरी फिल्म में सनी लेओनी ने दर्शकों का दिल जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

 

जिस्म

बॉक़्स ऑफ़िस कलेक्शन: रु 8 करोड़

परिणाम: हिट

 

जिस्म 2

बॉक्स ऑफ़िस कलेक्शन: रु 35.19 करोड़

परिणाम: सेमी-हिट

जब फिल्म का नाम ही जिस्म  हो, तो आपको पता होता है कि फिल्म में क्या होगा।

पूजा भट्ट द्वारा निर्मित इस फिल्म में बिपाशा बासू और जॉन एब्रहम मुख्य किरदार हैं।

जिस्म 2 भी सफल रही, जिसका श्रेय सनी लेओनी को दिया जा सकता है।

 

लिप्स्टिक अंडर माय बुरखा

बॉक्स ऑफ़िस कलेक्शन: रु 19.25 करोड़

परिणाम: औसत से बेहतर

लिप्स्टिक अंडर माय बुरखा  में महिलाओं में सेक्स को लेकर फैले दबाव और उनके सशक्तीकरण की कहानी दिखाई गयी है।

इस फिल्म में सब कुछ था -- सेक्स, कामुक दृश्य, ड्रामा, भद्दे मज़ाक।

लोगों के मुंह से हुए प्रचार और इस पर भड़के विवादों के कारण यह फिल्म चर्चा का विषय बन गयी और इसने काफी अच्छा प्रदर्शन किया। 

जोगिंदर टुटेजा

Recommended by Rediff.com

NEXT ARTICLE

NewsBusinessMoviesSportsCricketGet AheadDiscussionLabsMyPageVideosCompany Email